भारत ने उतरी दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज पर यात्रियों के लिए पहले ट्रेन! ट्रेन को हरि झंडे मिलने के बाद पर्यटकों के लिए ट्रेन
Chinab railway bridge - 140 crore देश वाशियो का हुआ सौंपना पूरा । 21 साल बाद जम्मू एंड कश्मीर में बनकर तैयार हुआ भारत देश का नहीं बल्कि पूरी दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज ।आए दिनों इसकी पहली रेल इंजन ट्रायल सफल रूप से दौड़ाया गया लेकिन अब आप दुनिया के सबसे ऊंचे रेल ब्रिज यानी "चेनाब ब्रिज "के ऊपर से आप रेल यात्रा कर सकते है । यह ब्रिज चेनाब रिवर के ऊपर से बनाया! इसकी जमीन सतह से लगभग "359 m" ऊंचा है और लंबाई करीब"1315 m" लंबा है।
Construction Timline and Process: इश ब्रिज को बनाने के लिया 2003 ने मान्यता मिली थी, 2017 में इश्का पूरा निचला सतह का देखा बनाया गया था उसके बाद 2019 से 2021 तक इसके arch built तैयार किया गए था। इसके ऊपर रेलवे ट्रैक का काम 2023 में किया गया था उसके बाद पहली रेल इंजन जो वजन में हल्का था उसका ट्रायल जून 2024 में किया गया था लेकिन अब आप 6 जून 2025 से ईश रेल का सफल यात्रा किया गए जो अब यात्रियों के लिए "कटिहार से श्रीनगर" तक चलाया गया है हर दिन "पहली रेल 8:30 से कटिहार से श्रीनगर तक और दूसरी ट्रेन 2:08 "को चलाई जाएगी। इसमें 16 हजार टन वायर केबल लगाया गया है।
Key features and technical support:
ऊंचाई: 359 मीटर जमीन सतह से। लंबाई: 1315 मीटर एक शोर से दूसरे शोर तक का। निचले भाग में लगाया गया आर्च स्पेन: 450 मीटर है। सामान की लगत : स्टील, कंक्रीट, कार्रोशन रेजिस्टेंस ग्रेड E250C का, Z-grade. अंत समय: 120 साल। सुरक्षा की : हवा का 266km/hr और भूकं का 8 hz तक को झेल सकता है। अब तक की कुल लगत : 1486 करोड़ लग चुका है। why Chinab bridge is so important: इश प्रोजेक्ट को जब "अटल बिहारी वाजपाई" के कार्यकाल में शुरू हुआ था जब हमारे भारतीय सेना को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था जैसे कि बॉर्डर अटैक, गाड़ी अटैक,एक से दूसरी जगह जाने के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था इश्का देखते हुआ ईश चुनाव रिवर के ऊपर ब्रिज बनाने का बिल पास हुआ। यह ब्रिज "USRBL" का पार्ट है यह एक रेल साथ है इन्हें जम्मू कश्मीर में कई ऐसे ब्रिज रेलवे ,रोड ब्रिज और केबल ब्रिज बनाए है। यह ब्रिज "उद्यमपुर- श्रीनगर-बारामुला" तक बनाया गया है। जम्मू कश्मीर एक बॉर्डर सेंसेटिव जगह है इसीलिए सैनिकों की सुरक्षा, उनके सामान लेके आना जाना, पाकिस्तान और चीन से सुरक्षा मिलेगी।यह ब्रिज लोगों को व्यापार और रोजगार का इशार प्रदान करेगा ,हैंडक्राफ्ट,apple trade, टूरिज्म का अवसार प्रदान करेगा। ईश ब्रिज भारत देश के आर्थिक और सामाजिक तथा भारत की भड़ती मॉडर्न और स्ट्रैटेजिक को दर्शाएगा।
USRBL project in Jammu Kashmir: 1.Chinab railway bridge जो chinab रिवर के ऊपर बनाया गया है। 2.Anji khad bridge ये ब्रिज भी रेलवे के लिए इंडिया का पहला केबल ब्रिज बनाया था।
Comparison with iconic: 1. एफिल टावर की की ऊंचाई 329 मीटर है और चेनाब ब्रिज की 359 मीटर है जो 30 मीटर का अंतर है। 2. मिलों वैद्य जो फ्रांस में है उसकी ऊंचाई 343मीटर है और चुनाव की 359 मीटर है जिसका अंतर 17 मीटर है। 3. आर्च स्पेन जो दैनिक का सबसे 467 मे भारत का स्पेन है।
Engineering faced challange and fact: हिमालई भूभाग: युवा, खंडित चट्टान जिसके लिए ढलान स्थिरीकरण की आवश्यकता होती है। मौसम की चरम सीमाएं: -10°C से +40°C, हवा, भूकंपीय।केबल क्रेन: सबसे लंबा फैलाव 915 मीटर, सुरक्षित रूप से मेहराब के खंडों को खड़ा किया है। गयविशेष स्टील के साथ विस्फोट-रोधी संरचना, हवाई सुरक्षा की बेमिसाल है। अभिनव सामग्री: शॉटक्रीट, जंग-संरक्षित एंकर।
इश ब्रिज पर वंदे भारत एक्सप्रेस कटिहार से श्रीनगर 250km/hr की रफ्तार से चलेगी।वो भी दो ट्रेन दिन में चलेगी।
अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गई Chinab-bridge-video पर क्लिक करे! This video by oneindia-hindi.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें